मंडला में बने महुआ के लजीज लड्डू सर्दियों में लाभकारी

महुआ से शराब बनने की बात हर कोई जानता है पर महुआ के लजीज लड्डू भी बनते हैं जो बाजार में मिलने वाले किसी भी मीठे को अपने स्वाद से परास्त कर सकते हैं मीठा देखते ही जिन लोगों के मुंह में पानी आ जाता है ऐसे मीठे के शौकीन लोगों के लिए महुआ के लड्डू शानदार विकल्प है जो स्वाद के साथ साथ स्वास्थ्य को भी लाभ पहुंचाता है मध्यप्रदेश के अधिकतर शासकीय मेलों में ये महुआ के लड्डू मिल जाते हैं।

मंडला जिले में वन विभाग के व्दारा बनाए गए स्वासहायता समूह में जुड़ी महिलाएं के व्दारा महुआ के लड्डू बनाए जाते है जिले में मौजूद पश्चिम वन मंण्डल के तहत आने वाले छ मण्डलों मंडला बम्हनी महाराजपुर कालपी बीजाडांडी निवास और सिंगापुर में लड्डू बनते हैं

ये सभी समितियों व्दारा साल में पांच से छः क्विंटल महुआ से सिर्फ लड्डू बनाकर बेचा जाता है जिले में सबसे अधिक निवास मंडल से महुआ लड्डू को बेचा जाता है महीने में औसत तीस किलो के आसपास खपत है खास बात यह है कि लड्डू आर्डर पर भी बनाए जाते हैं ताकि ताजे लड्डुओं का लजीज स्वाद लोगों को मिल सके

लड्डू की कीमत पांच सौ रुपए किलो है निवास वन मंडल में मौजूद महिलाओं का कहना है कि इस लड्डू को शुद्ध घी से तला जाता है ड्राई फूड और गुड़ का इस्तेमाल किया जाता है। इसमें शक्कर का बिल्कुल भी इस्तेमाल नहीं किया जाता है निवास मंडल में महुआ से लड्डू और महुआ की चिक्की बनाई जाती है।

महुआ के लजीज लड्डू में कौन से तत्व मिलते हैं

महुआ के लजीज लड्डू के विषय में वन मंडल निवास में पदस्थ आर एस परतें ने बताया कि निवास में लड्डू बना रही समिति में फिलहाल ग्यारह महिलाएं कार्यरत हैं। ये महिलाएं महुआ के लड्डूओं को बना कर शासकीय मेलों में स्टाल लगा कर बेचती है आमतौर पर अक्टूबर और नवंबर माह से शासकीय मेलों में स्टाल लगना शुरू हो जाते हैं

जहां से इन लड्डुओं को बेचा जाता है लड्डू के विषय में जानकारी न होने के कारण अभी कम लोग ही लड्डू बनवाते हैं अगर हमें कोई आर्डर देता है तो ताजे लड्डू बनाकर दिया जाता है जिले से अब तक प्रदेश के प्रमुख शहरों के अलावा भी देश के अलग अलग राज्यों में भी समिति ने स्टाल लगाकर जिले में बने महुआ के लड्डू का स्वाद चखाया है।

मंडला में बने महुआ के लड्डू सर्दियों में लाभकारी

वैसे तो महुआ को कई बीमारियों में आर्युवेदिक दवा के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है आदिवासी क्षेत्रों में खान-पान में भी इसका प्रतिदिन इस्तेमाल किया जाता है अगर इसका सही तरीके से इस्तेमाल हो तो यह बेहद लाभकारी होता है इसमें प्रोटीन, कैल्शियम, फास्फोरस, आयरन और विटामिन-सी पाया जाता है।जिसके कारण यह पाइल्स गाठिया और पेट साफ करने में सहायक होता है शरीर में खून की कमी को दूर करता है। ठंड के समय इसके सेवन से ख़ासा लाभ मिल सकता है।

मीठे के शौकीन लोगों के लिए ये लड्डू अच्छा विकल्प है जो किसी भी तरह से स्वस्थ के लिए हानिकारक नहीं है ये लीवर सहित कई समस्याओं को दूर करने में भी सहायक होता है तो देर किस बात की

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