मध्यप्रदेश के आदिवासी जिला मंडला में आज कमीशन लेते एक और गिरफ्तारी हुई है जबलपुर लोकायुक्त की टीम ने एक महिला सरपंच को बीस हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है बीते एक सप्ताह में जिले में यह तीसरा मामला सामने आया है लगातार कार्यवाही के बावजूद जिले में लगातार आ रहे मामले बता रहे हैं कि कमीशनखोरी किस हद तक व्याप्त है।
महिला सरपंच गिरफ्तार बीस हजार की रिश्वत लेते पकड़ी गई
मंडला जिले के जेवरा पंचायत से निर्वाचित सरपंच व्दारा संबल योजना के तहत मिलने वाली सहायता राशी जारी करने के नाम पर बीस हजार रुपए की मांग की गई थी जानकारी के अनुसार नारायण गंज विकासखण्ड के जेवरा पंचायत में आवेदक श्रीमती चरखी बाई के पति का कुछ समय पूर्व देहांत हो गया था
शासन व्दारा संबल योजना के तहत दो लाख की सहायता राशी दी जाती है चूंकि प्रकरण पंचायत बना कर आगे बढ़ाया जाता है इसी का फायदा उठाते हुए सरपंच राजकुमारी बाई कुलस्ते व्दारा राशी की मांग की गई थी जिसकी शिकायत महिला ने जबलपुर लोकायुक्त से की थी लोकायुक्त व्दारा जांच कर आज सरपंच को राशी लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है सरकार द्वारा विधवा महिलाओं के लिए संबल योजना प्रारंभ की गई है जिसमें पीड़ित महिला को दो लाख रूपये सहायता तथा ₹1000 प्रति माह पेंशन मिलती है।
क्यों नही रूक रही कमीशन बाजी
जिले में आधा सैकड़ा मामले हो चुके हैं जिसमें कमीशन लेते लोकायुक्त के हाथों धरे गए हैं इसके बावजूद कमीशनखोरी में कमी नहीं आ रही है इसका कारण है तुंरत कोई बड़ी कार्रवाई नहीं होना जो साफ संदेश देता है कि पकड़े भी गए तो क्या होगा तुंरत निलंबित करना यदाकदा ही देखने को मिलता है पकड़े जाने के बाद नौकरी करते हुए आराम से पेसी काटते निकल जाते हैं जब तक त्वरित कार्रवाई नहीं होती तब तक दहशत आने से रही
Aditya Kinkar Pandey is a Since completing his formal education in journalism in 2008, he has built for delivering in-depth and accurate news coverage. With a passion for uncovering the truth, Aditya has become bring clarity and insight to complex stories. work continues to investigative journalism.