भारत सहित दुनिया भर में एक नया दिवस मनाना शुरू हुआ है पहले यह दिवस कुछ ही देशों में मनाया जाता था हम बात कर रहे हैं अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस की दुनिया में सबसे ज्यादा चाय की खपत और उत्पादन करने वाले भारत की पहल से संयुक्त राष्ट्र संघ ने 21 मई को अंतराष्ट्रीय चाय दिवस घोषित कर दिया है।
चाय दिवस : भारत में आन बान शान चाय
दुनियाभर में एक बात जगजाहिर है. वह है भारतवासियों की चाय पीने की आदत. कुछ इसे लत कहते हैं तो कुछ जिंदगी की खुराक़. लेकिन शायद कम ही लोग जानते हैं कि मेहमान-नवाजी की प्रतीक इस चाय का भी अपना एक विशेष दिन आता है.हम बात कर रहें हैं 21 मई – “अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस” की.इस दिन चाय दुनियाभर में सुर्खियों में रहती है.दुनियाभर में 15 दिसबंर को अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस मनाया जाता था और अब 21 मई को मनाया जाने लगा है.क्यों?
इसके पीछे भारत की अहम भूमिका है. भारत ने ही चाय को उसका “हक” दिलाया है. दरअसल, इसे संयुक्त राष्ट्र की ओर से मान्यता नहीं दी गई थी. इसे लेकर भारत सरकार ने बड़ी पहल की और 2015 में संयुक्त राष्ट्र के खाद्य एवं कृषि संगठन के माध्यम से आधिकारिक तौर पर अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस मनाने का प्रस्ताव रखा। जिसे स्वीकार कर लिया गया।
भारत में चाय का आगमन
चाय की शुरुआत भारत में ब्रिटिश शासन के समय में हुई। चाय को पहली बार भारत में उगाया और पेश किया गया था ताकि उसे ब्रिटिश साम्राज्य की आदत के अनुसार पी सकें। 1823 में चाय के उगाने के पहले प्रयासों के बावजूद, इसे व्यापारिक रूप में नहीं उगाया जा सका।चाय की उगाई और उसकी व्यापारिक उपयोगिता की शुरुआत 1830 के दशक में हुई,
जब ब्रिटिश साम्राज्य के अधिकारियों ने भारत में चाय के बगीचे खोलने के लिए प्रोत्साहन दिया। 1834 में भारतीय चाय कंपनी की स्थापना की गई, जो चाय के उत्पादन और व्यापार में ब्रिटिश कंपनियों को संलग्न करने का कार्य करती थी।चाय का भारत में पहला उत्पादन ब्रिटिश संघाचालित भारतीय चिरोटी कंपनी द्वारा 1840 ईस्वी में कोलकाता (कलकत्ता) के निकट स्थित आसाम प्रान्त में किया
इसके बाद, चाय का उत्पादन भारत में व्यापारिक रूप से विस्तार पाया और चाय के बगीचे पूरे देश में स्थापित किए गए। चाय के विकास के साथ ही भारत में चाय पीने की प्रथा बढ़ी और आज चाय भारत में एक प्रमुख पेय पदार्थ है और दुनिया भर में चाय का बड़ा उत्पादक देश है।
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Aditya Kinkar Pandey is a Since completing his formal education in journalism in 2008, he has built for delivering in-depth and accurate news coverage. With a passion for uncovering the truth, Aditya has become bring clarity and insight to complex stories. work continues to investigative journalism.