मंडला कलेक्टर सोमेश मिश्रा व्दारा एक अमृत सरोवर का निरीक्षण किया गया और शाम को कलेक्टर आफिस ने कलेक्टर व्दारा निरीक्षण करते हुए फोटो और कलेक्टर व्दारा दिए निर्देश को सोसल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर डाला गया इसके बाद लोगों ने न सिर्फ कांमेट किए बल्कि अमृत सरोवरो की फोटो डालकर यह बताने लगे कि इस योजना में क्या किया गया है। पानी सरंक्षण के लिए बनी केंद्र सरकार की यह अमृत सरोवर योजना मंडला जिले में काफी सुर्खियां बटोरी है
अमृत सरोवर को पानी रोकने के लिए बनाया जाना था लेकिन कुछ स्थानों में सरोवर में लीकेज और फूटने के बाद अमृत सरोवर को निर्माण कर रही एंजेसीयो ने पानी का ज्यादा दवाब न बन सके इसके लिए गहराई और आवरफ्लो में खेल कर दिया जिसके कारण बेहद कम पानी इन सरोवर में रहता है जिससे इनके निर्माण का उद्देश्य ही नहीं बचता है।
अमृत सरोवर का निरिक्षण और फेसबुक में प्रतिक्रिया
निवास जनपद के ग्राम पंचायत पिपरिया में 42 लाख 53 हजार की लागत से निर्माण किया गया है शनिवार को जब इस अमृत सरोवर का निरीक्षण किया गया इस अमृत सरोवर में पानी बेहद कम था ओवरफ्लो नीचे होने के कारण पानी सरोवर से बह कर बाहर जा रहा था जिसके बाद कलेक्टर ने अधिक मात्रा में जल संचय करने के लिए गहरीकरण करने और ओवरफ्लो की ऊँचाई बढ़ाने का निर्देश दिया जिससे अमृत सरोवर से बहते हुए पानी को रोका जा सके ताकि पानी का भराव ज्यादा हो। साथ ही कहा कि आसपास पेड़ लगाए जाएं।
शाम को फेसबुक पेज पर कलेक्टर आफिस ने इस निरीक्षण की फोटो के साथ आठ दस लाइनों की जानकारी दी उसके बाद जो कांमेट आए वो इस योजना में हुए कार्य की पोल खोल देते है एक सरपंच विनोद सिंह परस्ते नाम के फेसबुक यूजर ने लिखा “अमृत सरोवर में काफी कम जल संचय हुआ हैं अमृत सरोवर के हिसाब से जल संचय ज्यादा होना चाहिए। दूसरे यूजर संतोष परस्ते ने लिखा इससे ज्यादा पानी तो तालाब मे रहता है। एक अन्य फेसबुक यूजर ने अमृत सरोवर की फोटो डालकर लिखा 32 लाख का अमृत सरोवर बह गया नैनपुर ग्रामीण यांत्रिक सेवा के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत इन्द्री के छिंदीटोला गांव का मामला एक अन्य यूजर ने लिखा गड्ढों में इससे अधिक पानी मिलेगा।
Aditya Kinkar Pandey is a Since completing his formal education in journalism in 2008, he has built for delivering in-depth and accurate news coverage. With a passion for uncovering the truth, Aditya has become bring clarity and insight to complex stories. work continues to investigative journalism.