इन्फ्लूएंजा एच-1, एन-1, एचएन-2 वेरियंट के लिए एडवाइजरी

भारत के कई राज्यों में इन्फ्लूएंजा फैला हुआ है इसको लेकर मध्यप्रदेश के मंडला जिले के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने जन समुदाय के लिए जारी एडवायजरी में कहा है कि भारत के कुछ राज्यों, केन्द्र शासित प्रदेशों में संक्रमण फैल रहा है। तीव्र श्वसन संबंधी बीमारियां जैसे- इन्फ्लूएंजा की बढ़ती प्रवृत्ति के मद्देनजर सीजनल इन्फ्लूएंजा एच-1, एन-1, एच-3, एन-2 वेरियंट की रोकथाम एवं नियंत्रण हेतु एडवायजरी जारी की गई है। सर्दी, खांसी, बुखार है तो नजदीकी स्वास्थ्य संस्था में जाकर जांच एवं उपचार कराएं। ऐसे मरीज जिनमें छोटे बच्चे, बुजुर्ग व्यक्ति, गर्भवती माता या अन्य किसी गंभीर बीमारी से ग्रसित व्यक्ति विशेष रूप से एच-1, एन-1, एच-3, एन-2 बीमारी से ग्रसित व्यक्ति से सतर्क रहें। इन रोगों को संचरण को सीमित करने के लिए स्वयं की जागरूकता आवश्यक है, जैसे- खांसते-छींकते समय नाक एवं मुंह को ढकना, सार्वजनिक स्थानों पर न थूकें, भीड़-भाड़ वाले क्षेत्र में मॉस्क का उपयोग करें। बार-बार हांथों को धोएं, व्यक्तिगत स्वच्छता बनाए रखें आदि। उन लोगों के सम्पर्क में न रहें जिन्हे श्वसन संबंधी बीमारी हैं।बच्चों में सर्दी बुखार आने के बाद जरा भी लापरवाही न करें तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में बच्चों को लेकर जाएं

ऐसे होते हैं लक्षण

हल्का सिर दर्द के साथ, थकान आना ,शरीर में दर्द महसूस होना , सर्दी होने के बाद नाक से पानी बहना,ठंड लगने के साथ बुखार भी आती है खांसी बलगम के साथ या सूखी भी आ सकती है थकान के साथ पसीना भी आ सकता है,भूख न लगना, गले में लगातार खरास बना रहे मतली आने के साथ साथ सांस भी फूलने का अहसास हो सकता है। इन्फ्लूएंजा के अब तक चार प्रकार मिले हैं सलाह दिया गया है कि इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति को लगातार तरल पदार्थ ही दिया जाए

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