Justice of God Parshuram: हर्षोल्लास से मनाई गई जयंती

मंडला जिले में धूमधाम से भगवान परशुराम ( Justice of God Parshuram ) की जयंती मनाई गई वैदिक पंचांग के अनुसार वैशाख माह की तृतीया तिथि पर मनाई जाती है। इस दिन भगवान परशुराम की विशेष पूजा-अर्चना करने का विधान है।

भगवान परशुराम हिन्दू धर्म में एक ऐसे ऋषि योद्धा हैं जो न्याय के रक्षक( justice of God) और अधर्म के संहारक माने जाते हैं। उन्हें विष्णु के छठे अवतार के रूप में जाना जाता है, और उनका जीवन धर्म, शक्ति और न्याय का प्रतीक है।

भगवान परशुराम का जन्म महर्षि जमदग्नि और माता रेणुका के पुत्र के रूप में हुआ था। उनका जन्म त्रेता युग में हुआ और उनका उद्देश्य था क्षत्रियों के बीच व्याप्त अन्याय, अहंकार और अत्याचार को समाप्त करना। उनका नाम ‘परशुराम’ इसलिए पड़ा क्योंकि वे परशु (कुल्हाड़ी) धारण करते थे, जो उन्हें स्वयं भगवान शिव से प्राप्त हुई थी।

Justice of God Parshuram: न्यायप्रियता और संयम

पुराणों से पता चलता है कि उनका न्याय हमेशा तर्क और धर्म पर आधारित होता था। उन्होंने धर्म के अनुसार कार्य किया और कभी भी निर्दोष को हानि नहीं पहुंचाई। वे अपने तप, ज्ञान और बल के संतुलन से मानवता के लिए एक प्रेरणा हैं। वे यह सिखाते हैं कि सच्चा न्याय शक्ति के प्रयोग से नहीं, बल्कि धर्म और विवेक के साथ किया जाना चाहिए।

मंडला जिले में विप्र समाज ने मनाया परशुराम जयंती

मंगलवार को संपूर्ण मंडला जिले में हर्षोल्लास से भगवान परशुराम की जयंती मनाई गई विप्र समाज ने मंदिरों में एकत्रित होकर विधि-विधान से पूजा अर्चना कर विशाल वाहन रैली निकाली। ईश्वर की न्यायिक शक्ति का सजीव उदाहरण भगवान परशुराम की जयंती निवास में भी धूमधाम से मनाई गई कालोनी स्थित यज्ञशाला में विप्र समाज ने भगवान परशुराम की विधि विधान से पूजा अर्चना कर नगर में वाहन रैली निकाली

Justice of God Parshuram: हर्षोल्लास से मनाई गई जयंती

 यज्ञशाला में उपस्थित विप्र समाज ने पूजा पाठ के बाद एक बैठक का आयोजन किया जिसमें वृध्दि जनों ने समाज में आ रहे परिवर्तन को लेकर विचार रखे रवि गौतम ने कहा कि भगवान परशुराम का जीवन हमें सिखाता है कि न्याय के मार्ग पर चलना कठिन जरूर होता है, लेकिन वही मार्ग सच्चे धर्म और मानवता का आधार है। वे आज भी लाखों लोगों के लिए प्रेरणा हैं और हर युग में धर्म और न्याय की मशाल लेकर खड़े रहते हैं। यह भी पढ़ें बालविवाह

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