तहसील परिसर में पसरे अतिक्रमण पर प्रशासन की कार्रवाई

शनिवार सुबह सात बजे से अतिक्रमण पर प्रशासन की कार्रवाई से लोग भौंचक्का रह गए लंबे समय से अतिक्रमण पर कार्रवाई की मांग होती रही है। लेकिन राजनैतिक दवाब ने अतिक्रमण को और भी ज्यादा बढ़ाने में मदद की थी 

मंडला जिले के निवास में प्रशासन के व्दारा अतिक्रमण पर तबाड़तोड़ कार्रवाई से हड़कंप मच गया है तहसील और अस्पताल परिसर में बने अवैध दुकानों को जमींदोज किया गया। प्रशासन अधिकारियों की मानें तो अतिक्रमण को लेकर एक दर्जन के लगभग शिकायतें दर्ज थी जिसके आधार पर यह कार्रवाई हुई है। दुकानदारों को लगातार दुकान हटाने कहा गया था।

सुबह सात बजे से शुरू हुई कार्रवाई शाम छः बजे तक जारी रही अधिकारीयो ने दुकानदारों को दुकानों से समान निकालने के लिए पर्याप्त समय दिया जिससे नुक़सान न हो। यही वजह रही कि दो दर्जन दुकानों को हटाने के लिए तकरीबन दस घंटे का वक्त लगा जिन लोगों की दुकानों को हटाया गया है उनका कहना है कि उनका पक्ष रखने का मौका नहीं दिया गया बेहद कम समय में ही कार्रवाई की गई जिससे ओहापोह की स्थिति निर्मित हो गई।

अन्य स्थलों पर हुए अतिक्रमण पर कार्रवाई की मांग

प्रशासन की इस कार्रवाई से दुकानदारों में रोष व्याप्त है तो दूसरी तरफ निवास का बहुत बड़ा तपका ऐसा है जो प्रशासन की इस कार्रवाई से बेहद खुश हैं वह प्रशासन के पक्ष में खड़ा दिखाई दे रहा है अतिक्रमण कार्रवाई के दौरान खांसी चर्चा इस बात की रही की कम से कम प्रशासन कुंभकरणीय नींद से तो जागा है रातों रात यंहा वहां हो रहे अतिक्रमण पर कुछ विराम लगेगा।  तहसील परिसर में अतिक्रमण कार्रवाई को देखने के लिए पूरे दिन लोग खड़े रहे। इस बीच अब चर्चा यह शुरू हो गई है कि यह कार्रवाई सिर्फ यही तक सीमित रहेगी या क्षेत्र में कुकुरमुत्ते की की तरह पनपे अवैध निर्माणों में भी कार्रवाई की जाएगी।

निवास में बीते कई सालों से शासकीय जमीनों में टपरा रख कर किराए पर कथित तौर पर उगाही की बात सामने आती रही है कुछ स्थानों पर बड़ी रकम लेकर बिक्री करने के आरोप यदा-कदा लगते रहे हैं जानकारी के अभाव में लोग इस जाल में फंसते गए इसमें बड़ी संख्या गांवों के युवकों की है। अगर प्रशासन इमानदारी से जांच करें तो निश्चित ही कथित लोगों के नाम सामने आएंगे। 

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